
शिवसेना से विवाद के बीच पांच दिन मुंबई में रहने के बाद कंगना रनोट अपने होमटाउन मनाली रवाना हो गईं। सोमवार को अपनी कर्मभूमि को छोड़ते हुए 33 वर्षीय कंगना इमोशनल हो गईं। उन्होंने ट्विटर पर अपनी भावनाएं व्यक्त की और जाते-जाते एक बार फिर मुंबई की तुलना पीओके से कर गईं।
कंगना ने ट्वीट में लिखा है, "भारी मन से मैं मुंबई छोड़ रही हूं। जिस तरह से इन दिनों में मुझे डराया-धमकाया गया, गालियां दी गईं, मेरा ऑफिस तोड़ने के बाद घर तोड़ने की कोशिश की गई, मेरे चारों ओर घातक हथियारों के साथ सतर्क सुरक्षा रही, उसे देखकर मैं कहना चाहूंगी कि पीओके से समानता को लेकर मेरा अनुमान बिल्कुल सही था।"
शिवसेना पर निशाना भी साधा
कंगना ने एक अन्य ट्वीट में कविता लिखते हुए बिना नाम लिए शिवसेना के लिए भक्षक और घड़ियाल जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया। यह है उनका ट्वीट...
##9 सितंबर को मुंबई पहुंची थीं कंगना
- कंगना रनोट अपनी चुनौती को पूरा करने के लिए 9 सितंबर को मुंबई पहुंची थीं। उनका और शिवसेना का विवाद 3 सितंबर को तब खुलकर सामने आया था, जब एक्ट्रेस ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि संजय राउत ने उन्हें मुंबई न आने की धमकी दी थी। साथ ही लिखा कि उन्हें मुंबई पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह दिख रही है। उनके ट्वीट पर खूब विवाद हुआ था।
- हालांकि, 4 सितंबर को कंगना ने इस विवाद को और हवा मुंबई आने की चुनौती देकर दे दी। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि वे 9 सितंबर को मुंबई आ रही हैं। किसी के बाप में दम हो तो रोक ले। इस पर संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि मुंबई मराठियों के बाप की है।
- 9 सितंबर को कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले बीएमसी ने पाली हिल स्थित उनका ऑफिस तोड़ दिया गया। इसी रोज एक्ट्रेस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए तू-तड़ाक वाली भाषा का इस्तेमाल कर उन्हें चेतावनी देते हुए कहा था, "आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा।" इस मामले में 13 सितंबर को कंगना महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिली थीं।
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