सुशांत सिंह राजपूत की मौत के कारणों को लेकर कई तरह के कयास लग रहे हैं। मौत के लिए बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और गुटबाजी को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी जारी है।
ऐसे में तकरीबन दो महीने पहले अपने पिता इरफान खान को खोने वाले बाबिल ने लोगों से एक अपील की है। बाबिल ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखी है जिसमें उन्होंने भाई-भतीजावाद के खिलाफ खुलकर बोलने की बात को सपोर्ट तो किया है लेकिन सुशांत के नाम की आड़ में ऐसा न करने की भी बात कही है।
नेपोटिज्म पर बोले बाबिल:बाबिल ने इरफान खान और सुशांत की फोटो शेयर करते हुए लिखा, "यह सब अभी भी नहीं सुलझ रहा। हमने दो बहुत ईमानदार और समझदार लोगों को खो दिया। यह एक अविश्वसनीय सदमा है, जिस तरह सुशांत गए। स्वाभाविक रूप से, हमकिसी न किसी पर दोषारोपण करने में लगे हैं, जो कि बहुत ही निराशाजनक बात है। क्योंकि किसी दूसरे पर दोष डाल कर शांति ढूंढना ठीक नहीं है। मैं आप लोगों से आग्रह करता हूं कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए किसी को दोष न दें। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि इस घटना के कारण की जांच करना बंद करें।"
बाबिल ने आगे लिखा, "यह उन लोगों के लिए और ज्यादा निराशा लाता है, जो इनके जाने के गम से गुजर रहे हैं। इसकी जगह हमें इन लोगों के बेहतरीन काम को और सराहना चाहिए। मैं इतना कहना चाहता हूं कि सुशांत के नाम का इस्तेमालकिए बिना सही चीजों के लिए बिलकुल खड़े होइए। अगर आप नेपोटिज्म के खिलाफ विद्रोह करना चाहते हैं तो बिलकुल करें, लेकिन सुशांत के नाम का इस्तेमालकिसी भी कारण से न करें।"
14 जून को हुआ था निधन: सुशांत ने 14 जून की सुबह अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि सुशांत पिछले छह महीने से डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे। कहा जा रहा है कि सुशांत को एक के बाद एक सात फिल्मों से निकाला गया जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली हालांकि अभी इस बात के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं और पुलिस की जांच जारी है।
from Dainik Bhaskar
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