दिलजीत दोसांझ ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर उस मामले पर सफाई दी है, जिसमें कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने खालिस्तानी एजेंडे का समर्थक बताया था। दिलजीत ने कहा है - जिस गाने पर ऐतराज किया जा रहा है, वह 2014 में आई फिल्म पंजाब 1984 का है। इस फिल्म और उसके गानों को सेंसर बोर्ड ने मंजूरी दी थी। साथ ही फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड भी जीता था। फिर इस पर एफआईआर कैसे हो सकती है? अब इस फिल्म के गाने पर हल्ला क्यों मचा है?
यह है पूरा मामला
दिलजीत ने अपनी फिल्म पंजाब 1984 का गाना रंगरूट इंस्टाग्राम पर शेयर किया था। जिसके बाद लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने 18 जून को सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में दिलजीत और जैजी बी पर आरोप लगाया है कि वे खालिस्तान समर्थक संगठनों का सरेआम सपोर्ट कर रहे हैं। अपने गानों से भी वे खालिस्तानी संगठनों के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। बिट्टू ने जैजी बी के 'पुत सरदारा दे' पर भी ऐतराज जताया है।
ट्वीट में की थी केस दर्ज करने की मांग
बिट्टू ने अपनी पोस्ट में लिखा-ये गानेदिलजीत दोसांझ और जैजी बीद्वारा समर्थित है। मुझे यह सोचकर दुख हुआ कि ये लोग उच्च पदों पर हैं, भारत में आराम और प्रसिद्धि का आनंद ले रहे हैं लेकिन एक ऐसे संगठन का समर्थन कर रहे हैं जो हमारे भारतीय सैनिकों की शहादत का जश्न मना रहा है। है।मैं सुखबीर बादल,हरसिमरत कौर और बिक्रम मजीठिया से कहना चाहूंगा कि कम से कम अब उन्हें जत्थेदार के बारे में अपने रुख के बारे में स्पष्ट होना चाहिए। क्या वे अब भी उसके समर्थन में हैं? अभी बहुत देर नहीं हुई है।
Dainik Bhaskar
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