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'शकुंतला देवी' की बायोपिक को लेकर बोलीं उनकी बेटी- फिल्म में मां के बहुमुखी व्यक्तित्व और जीवन के प्रति उनके उत्साह को बताया गया है

ह्यूमन कम्प्यूटर के नाम से मशहूर भारतीय गणितज्ञ 'शकुंतला देवी' की इसी नाम से बनी बायोपिक फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 31 जुलाई को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम पर होगा। इस फिल्म में विद्या बालन शकुंतला देवी की भूमिका में नजर आएंगी। वहीं सान्या मल्होत्रा उनकी बेटी अनुपमा बनर्जी की भूमिका में दिखेंगी।

अनु मेनन द्वारा निर्देशित इस फिल्म की स्क्रिप्ट उन्होंने नयनिका महतानी के साथ मिलकर लिखी है। इस बारे में बात करते हुए अनु ने कहा, 'शकुंतला देवी बनाना एक सुंदर और उत्साहपूर्ण अनुभव रहा है, जहां हमने किंवदंती के अविश्वसनीय सफर और इतने सारे पहलुओं की खोज की, जिसका हमारे पास कोई सुराग नहीं था। उनके बारे में हमने जितना देखा या पढ़ा है, उनकी जिंदगी में उससे भी बहुत कुछ अधिक था।'

तीन साल तक अनुपमा से बात की

अनु के मुताबिक, 'हमने उनकी बेटी अनुपमा से बात करते हुए लगभग तीन साल बिताए। इस दौरान अनुपमा ने अपनी मां की कहानी की कई परतें खोलीं। अनुपमा और उनके पति अजय अभय कुमार बेहद खुले मिजाज और ईमानदार रहे। हमें एक बेटी की नजर से शकुंतला को एक विशेष और अंतरंग तरीके से समझने का मौका मिला। हमें ना केवल एक अद्भुत प्रतिभा की कहानी मिली, बल्कि एक मां और बेटी के बीच एक सुंदर प्रेम कहानी भी मिली।'

शकुंतला देवी की बेटी अनुपमा और उनके पति अजय अभय कुमार के साथ विद्या बालन।

मां की कहानी को लेकर हम रोमांचित हैं

फिल्म के बारे में बात करते हुए शकुंतला देवी की बेटी अनुपमा बनर्जी ने कहा, 'मेरे पति और मैंने अनु मेनन और नयनिका महतानी (स्क्रिप्ट राइटर) के साथ इंस्टेंट कनेक्शन महसूस किया। हमें पता था कि मेरी अविश्वसनीय मां की कहानी के सार और भावना को कैप्चर करने के लिए हम उन पर भरोसा कर सकते हैं। हम रोमांचित हैं कि विक्रम मल्होत्रा और अबुंदंतिया ने इस प्रोजेक्ट को अपनाया और इसे आकार दिया।'

मेरी मां बहुमुखी थीं और हर चीज करती थीं

अनुपमा ने आगे कहा, 'अजय और मैं इनसे बेहतर प्रोड्यूसर्स की उम्मीद नहीं कर सकते थे। मुझे इस बात की भी खुशी है कि स्क्रिप्ट को आगे बढ़ाने में मुझे महत्वपूर्ण इनपुट देने का अवसर मिला,क्योंकि गणित के प्रति मेरी मां के जुनून और प्यार से हर कोई अच्छी तरह से वाकिफ है, लेकिन दूसरी तरफ वे बहुमुखी थीं और हमेशा नई चीजें करना चाहती थीं।'

वे हमेशा पार्टी की जान रहीं

अनुपमा के अनुसार, 'मेरी मां को नई जगहों की यात्रा करना पसंद था और वे जी भर कर जीने में विश्वास रखती थीं। मेरी मां के आसपास कभी भी उदासी वाला माहौल नहीं होता था, वे हमेशा पार्टी की जान रहती थीं। वे सिनेमा, सिंगिंग और डांस से प्यार करती थीं। उन्हें नए-नए कपड़े पहनना पसंद था और दुनियाभर में उनके दोस्तों का सबसे बड़ा ग्रुप था।'
'संक्षेप में कहूं तो मुझे खुशी है कि यह फिल्म उनकी ऊर्जा, हंसी और उत्साह को बरकरार रखने में कामयाब रही है। मैं फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रही हूं और मुझे यकीन है कि दर्शकों को मेरी मां के बारे में अधिक जानकार मजा आएगा।'


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