
अक्षय कुमार इन दिनों स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में ‘बेलबॉटम’ की शूटिंग कर रहे हैं। वहां स्थानीय प्रशासन से टीम को काफी समर्थन मिल रहा है। फिल्म की टीम से सूत्रों ने बताया कि इन दिनों वहां इंदिरा गांधी के जमाने के घटनाक्रम शूट हो रहे हैं।
ग्लासगो की मेन मार्केट के एक सरकारी दफ्तर के बैंक्वेट को इंदिरा गांधी के समय के पीएमओ यानी प्राइम मिनिस्टर्स ऑफिस में रीक्रिएट किया गया है। उस पर इंडिया से गई प्रॉडक्शन और आर्ट डायरेक्शन की टीम को उन लोगों का साथ मिल रहा है, जो हॉलीवुड की ‘मेन इन ब्लैक’ और टॉम हैंक्स की ‘सली’ और बाकी फिल्मों के बड़े सेट्स क्रिएट कर चुकी हैं।
केवल 10 दिन ही रहना पड़ा क्वारैंटाइन
प्रोडक्शन से जुड़े लोगों ने बताया कि ग्लासगो में सभी क्रू मेंबर्स कोरोना प्रोटोकॉल का पालन अनुशासित तरीके से कर रहे हैं। यहां कोरोना की रिपोर्ट इंडिया के मुकाबले जल्दी मिलती है। तभी फिल्म की स्टार कास्ट व बाकी लोगों को 14 की बजाय सिर्फ 10 दिन ही क्वारैंटाइन रहना पड़ा। इनमें से कई लोग तो बेसमेंट में सेट से जुड़े काम भी करते रहे। बाद में वहां की स्थानीय टीम ने उन्हें ज्वॉइन किया। उनके पास अत्याधुनिक मशीनें थीं। इससे पीएमओ का पूरा सेट महज 10 दिन में तैयार हो गया।
शहर में 20-20 मीटर पर हैं सैनिटाइजर शॉवर
सेट पर और पूरे शहर में कोरोना से बचने के पूरे उपाय किए गए हैं। एक एक्टर ने बताया कि पूरे शहर में 20-20 मीटर पर सैनिटाइजर शॉवर लगे हुए हैं। ऐसे में लोग वहां की मार्केटों में बिना किसी खौफ के घूम रहे हैं। वो इसलिए कि वो लगातार शहर के विभिन्न चौक और नुक्कड़ पर सैनिटाइजर शॉवर वाली मशीनों से होकर गुजरते हैं और डिसइन्फेक्ट हो जाते हैं।
सेट पर पार्सल पैकिंग का खाना खा रहे अक्षय
सेट पर सभी कलाकारों और क्रू मेंबर्स के लिए खाना पार्सल में आ रहा है। सभी गर्मागर्म खाना खाते हैं। वे पैकेट वहां की म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के द्वारा एकत्र और डिस्पोज की जाती है। सेट पर वैनिटी कल्चर को फॉलो नहीं किया जा रहा है। अक्षय कुमार, लारा दत्ता आदि सब बाकी कास्ट एंड क्रू मेंबर्स के साथ ही खाना खाते हैं।
इंडिया से गई है 76 लोगों की टीम
भारत से कलाकार, तकनीशियनों और कुछेक की फैमिली के साथ कुल 76 लोगों की टीम वहां गई है। अक्षय कुमार, लारा दत्ता अपनी फैमिली के साथ वहां गए थे। कलाकार तो सेट पर शूट करते हैं और उनकी फैमिली वहां शहर घूमती है।
ग्लासगो एयरपोर्ट पर शूटिंग
प्रोडक्शन टीम ने बताया कि ग्लासगो एयरपोर्ट पर भी कई अहम सीक्वेंस शूट किए जाएंगे। वो इसलिए कि वहां के एयरपोर्ट आज भी 70 और 80 के दशक की फील देते हैं। उस जमाने में जब इंडिया की स्पाई एजेंसियों के लोगों ने बाकी दुनिया की स्पाई एजेंसियों के साथ वार्ताएं की थीं तो तब के घटनाक्रम का सीक्वेंस भी शूट होगा। पूरी टीम वहां 30 सितंबर तक रहेगी।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
https://ift.tt/3lAkn66 from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gHAlaw
0 Comments